Smart Bandage in Hindi And English:-
A recently published study highlights the development of a wearable, wireless, and mechanically flexible "smart bandage" that has the potential to accelerate the healing of chronic wounds.
What is a Smart Bandage?
• About:
o The smart bandage, developed by researchers at the California Institute of Technology (Caltech), integrates biosensors, drug-loaded hydrogels, electrical stimulation modules, and wireless communication.
o It is designed to maintain contact with and adhere to the skin using a soft, stretchable polymer.
o The bandage includes biosensors that monitor wound biomarkers in the exudate, providing real-time information about the wound's status.
o Data collected by the bandage is wirelessly transmitted to a smartphone or tablet for review by healthcare professionals.
Working Process:
• Biosensors track changes in the chemical composition of wound exudates, providing insights into the healing process.
• Additional sensors monitor pH levels and temperature 3/4 offering valuable information about infection and inflammation.
o The bandage includes electrodes that control drug release from a hydrogel layer and stimulate tissue regeneration.
o Wireless transmission of data eliminates the need for bulky equipment and wired connections, increasing convenience and usability.
• Research Findings:
o Electrical stimulation enhanced tissue regeneration in skin cell studies.
o Bandage accurately monitored infection, inflammation, and metabolic statuses in diabetic mice.
o Diabetic rats treated with drugs and electrical stimulation showed faster wound closure and reduced scarring.
o Limitations and Future Directions:
o Biosensors had delayed response due to chemical mixing.
o Biosensor protection and manufacturing scaling need improvement.
Implications and Challenges:
o Chronic wounds burden healthcare systems, necessitating
effective therapies.
o Smart bandage offers continuous monitoring, targeted drug delivery, and reduced hospital visits.
o Affordability and accessibility challenges for lower socio-economic individuals.
o Government initiatives and insurance schemes can facilitate wider availability.
What are Chronic Wounds?
o Chronic wounds are wounds that do not heal within the expected timeframe and exhibit a disordered healing process.
o They are often associated with underlying health conditions such as diabetes, insufficient blood supply, nerve damage, or immune system dysfunction. Chronic wounds can include diabetic ulcers, pressure ulcers, venous ulcers, and non-healing surgical wounds.
स्मार्ट बैंडेज
हाल ही में प्रकाशित एक अध्ययन में पहनने योग्य, वायरलेस और यांत्रिक रूप से लचीली "स्मार्ट बैंडेज" के विकास पर प्रकाश डाला गया है, जिसमें पुराने घावों के उपचार में तेजी लाने की क्षमता है।
स्मार्ट बैंडेज क्या है?
o कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (कैलटेक) के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित स्मार्ट बैंडेज, बायोसेंसर, ड्रग-लोडेड हाइड्रोजेल, विद्युत उत्तेजना मॉड्यूल और वायरलेस संचार को एकीकृत करता है।
o इसे नरम, फैलने योग्य पॉलिमर का उपयोग करके त्वचा के साथ संपर्क बनाए रखने और चिपकने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
o पट्टी में बायोसेंसर शामिल हैं जो एक्सयूडेट में घाव के बायोमार्कर की निगरानी करते हैं, जिससे घाव की स्थिति के बारे में वास्तविक समय की जानकारी मिलती है।
o बैंडेज द्वारा एकत्र किया गया डेटा स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों द्वारा समीक्षा के लिए वायरलेस तरीके से स्मार्टफोन या टैबलेट पर प्रसारित किया जाता है।
कार्य करने की प्रक्रिया:
• बायोसेंसर घाव के रिसाव की रासायनिक संरचना में परिवर्तन को ट्रैक करते हैं, जिससे उपचार प्रक्रिया में अंतर्दृष्टि मिलती है।
• अतिरिक्त सेंसर पीएच स्तर और तापमान 3/4 की निगरानी करते हैं जो संक्रमण और सूजन के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करते हैं।
o पट्टी में इलेक्ट्रोड शामिल होते हैं जो हाइड्रोजेल परत से दवा की रिहाई को नियंत्रित करते हैं और ऊतक पुनर्जनन को उत्तेजित करते हैं।
o डेटा के वायरलेस ट्रांसमिशन से भारी उपकरण और वायर्ड कनेक्शन की आवश्यकता समाप्त हो जाती है, जिससे सुविधा और उपयोगिता बढ़ जाती है।
• शोध के निष्कर्ष:
o विद्युत उत्तेजना ने त्वचा कोशिका अध्ययन में ऊतक पुनर्जनन को बढ़ाया।
o बैंडेज ने मधुमेह के चूहों में संक्रमण, सूजन और चयापचय स्थितियों की सटीक निगरानी की।
o दवाओं और विद्युत उत्तेजना से इलाज करने वाले मधुमेह चूहों में घाव तेजी से बंद हुआ और निशान कम हुए।
o सीमाएँ और भविष्य की दिशाएँ:
o रासायनिक मिश्रण के कारण बायोसेंसर ने प्रतिक्रिया में देरी की।
o बायोसेंसर सुरक्षा और विनिर्माण स्केलिंग में सुधार की आवश्यकता है।
निहितार्थ और चुनौतियाँ:
o पुराने घाव स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों पर बोझ डालते हैं, जिसकी आवश्यकता होती है
प्रभावी उपचार.
o स्मार्ट बैंडेज निरंतर निगरानी, लक्षित दवा वितरण और कम अस्पताल दौरे की पेशकश करता है।
o निम्न सामाजिक-आर्थिक व्यक्तियों के लिए सामर्थ्य और पहुंच संबंधी चुनौतियाँ।
o सरकारी पहल और बीमा योजनाएं व्यापक उपलब्धता को सुविधाजनक बना सकती हैं।
जीर्ण घाव क्या हैं?
o दीर्घकालिक घाव वे घाव होते हैं जो अपेक्षित समय सीमा के भीतर ठीक नहीं होते हैं और अव्यवस्थित उपचार प्रक्रिया प्रदर्शित करते हैं।
o वे अक्सर मधुमेह, अपर्याप्त रक्त आपूर्ति, तंत्रिका क्षति, या प्रतिरक्षा प्रणाली की शिथिलता जैसी अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थितियों से जुड़े होते हैं। जीर्ण घावों में मधुमेह अल्सर, दबाव अल्सर, शिरापरक अल्सर और न ठीक होने वाले सर्जिकल घाव शामिल हो सकते हैं।
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